उत्तराखंड सरकार ने इस वर्ष की कांवड़ यात्रा को सुगम और सुरक्षित बनाने के लिए बिहारीगढ़ से आशारोड़ी तक तैयार दून-दिल्ली एक्सप्रेस हाईवे को हल्के वाहनों के लिए 12 जुलाई से 23 जुलाई तक खोलने का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर प्रमुख सचिव आरके सुधांशु ने एनएचएआई (भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण) से इस मार्ग को खोलने का अनुरोध किया है।
यह हाईवे अभी तक औपचारिक रूप से उद्घाटन के बाद चालू नहीं हुआ है, लेकिन कांवड़ यात्रा के दौरान ट्रैफिक के भारी दबाव को देखते हुए इसे अस्थायी रूप से खोला जा सकता है।
प्रमुख सचिव के अनुसार, हरिद्वार और दिल्ली के बीच कांवड़ यात्रा के दौरान भारी संख्या में श्रद्धालुओं के आगमन की संभावना है। ऐसे में पिछले वर्षों की तरह इस बार भी दिल्ली-हरिद्वार राष्ट्रीय राजमार्ग और उससे जुड़े अन्य मार्गों पर भीड़ का दबाव रहेगा। इस स्थिति में दून-दिल्ली एक्सप्रेस हाईवे एक महत्वपूर्ण वैकल्पिक मार्ग के रूप में कार्य करेगा।
महत्वपूर्ण बिंदु:
- केवल दोपहिया और चौपहिया हल्के वाहन ही इस मार्ग पर चल सकेंगे।
- बस, ट्रक और भारी वाहनों के लिए पुराने मार्गों का ही प्रयोग अनिवार्य रहेगा।
- इससे ट्रैफिक जाम की स्थिति में कमी, और यात्रियों को तीव्र एवं सुरक्षित आवाजाही का विकल्प मिलेगा।
राज्यसभा सांसद नरेश बंसल भी इस हाईवे को जल्द से जल्द खोलने की मांग पहले ही मुख्यमंत्री से कर चुके थे। अब इस पहल से न केवल आम यात्रियों को राहत मिलेगी, बल्कि कांवड़ यात्रा जैसे बड़े आयोजन को भी सुव्यवस्थित करने में प्रशासन को मदद मिलेगी।
अगर यह मार्ग कांवड़ यात्रा के दौरान खुलता है, तो यह उत्तराखंड के ट्रैफिक मैनेजमेंट और इन्फ्रास्ट्रक्चर प्लानिंग के लिए एक बड़ा सकारात्मक कदम माना जाएगा।
Discover more from The Doon Mozaic | द दून मोज़ेक
Subscribe to get the latest posts sent to your email.