कांवड़ यात्रा 2025 को शांतिपूर्ण, सुरक्षित और सुव्यवस्थित तरीके से संपन्न कराने के लिए उत्तराखंड पुलिस ने कमर कस ली है। डीजीपी दीपम सेठ ने बुधवार को प्रदेशभर के पुलिस अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि संवेदनशील क्षेत्रों में मांस और मदिरा की बिक्री पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया जाए ताकि किसी भी तरह का सांप्रदायिक तनाव या अव्यवस्था न फैले। उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत बनाने के लिए ड्रोन, सीसीटीवी और बॉडी वार्न कैमरों के कवरेज को बढ़ाने पर जोर दिया। साथ ही, कांवड़ियों के सम्मानजनक व्यवहार पर विशेष ध्यान देने के भी निर्देश दिए गए। घाटों, मंदिरों और प्रमुख सार्वजनिक स्थलों पर बम डिस्पोजल यूनिट, एटीएस और खुफिया तंत्र को सक्रिय रखने, सोशल मीडिया निगरानी सेल को तुरंत प्रभाव से काम में लगाने, और अफवाहों पर त्वरित कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं। डीजीपी ने विशेष रूप से हरकी पैड़ी और नीलकंठ जैसे भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों में कड़ी निगरानी, पब्लिक एड्रेस सिस्टम और वैकल्पिक घाटों के प्रचार की बात कही। इसके अलावा रात्रि विश्राम स्थलों, धर्मशालाओं और शिविरों में ठहरने वालों का सत्यापन अनिवार्य किया गया है। यात्रियों की सुरक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल और ट्रैफिक प्लान को लेकर सीमावर्ती राज्यों से समन्वय की भी व्यवस्था की जा रही है। यह व्यापक तैयारी यह सुनिश्चित करने की दिशा में है कि कांवड़ यात्रा केवल श्रद्धा का प्रतीक न हो, बल्कि एक सुरक्षित सामाजिक उत्सव के रूप में भी उभर सके।
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